उज्जैन न्यूज[अपडेट][५ -१०-२०२३]शवो की नगरी बनी उज्जैन= कार्तिक चोक में शराबी युवक ने आत्म ह्त्या की= दो दिन पहले , mit के लिए घर से निकले , छात्र का शव जंगल में मिला = उज्जैन में शिवराज के बदनामी भरे ,उद्घाटन तथा भूमी पूजन के समारोह=महिला मतो को प्रभावित करने , सरकारी नोकरी में , महिलाओं को सरकारी नोकरी में , ३५%आरक्षण का जूमला फेका , युवा बेरोजगार भड़का , भाजपा को हराओ का नारा भी दिया, ३५% आरक्षण संभव ही नहीं= मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ , जिले में , १५ लाख, ३४ हजार , ३०४ मतदाता , सबसे अधिक खाचरोद में , सबसे कम तराना में=शिवराज की झूठ , पकड़ाई , बकाया बिजली बिल , माफ़ नहीं किये , स्थगित किये= प्री पेड़ बिजली प्रथा भी लागू होगी मप्र में = स्मार्ट मित्र भी शातिर ठगी के माध्यम= मंडी में १० हजार बेग , सोयाबीन की आवक, भाव ३३६८ और ३८५७ @ कवी= परिवार टूट रहे , तलाक के ४ प्रकरण रोज आ रहे= हार्ट अटेक के मरीजो में भारी , इजाफा हो रहा=मिक की बैठक सम्पन्न=क्षिप्रा टतो पर गंदगी= दिन में उमस तथा रात को हल्की ठंड= भाजपा में शीत युद्ध जारी=प्रदूषित पेयजल अहम समस्या= यातायात अराजकता , अमित कलंक बना पर्यटक भी कोस रहे= गया कोठा तीर्थ पर कुव्यवस्था= संघी चेहरों के विचित्र कारनामें= पत्रकार हितो के लिए , थीम न्यूज ने , सीएम को ज्ञापन दिया=महाकल का तांडव अनिवार्य
यीशु की जन्म स्थली बेलहेकम में क्रिसमस पर्व नहीं मना, कारण , २५ हजार से अधिक इंसानों की क्रूर ह्त्या , इजराइल तथा गाजा में
आज की कड़वी बातें[२८-९-२०२३]इंसान , छोटा , बड़ा , गरीब तथा अमीर नहीं होता हें , मात्र सोच का अंतर हें, हर शव पर कफन तो एक जेसा ही हम , देखते हें= भारत में लोग तो कफन के तार और कफन तक चुराने की आदत और चरित्र बना रहे हें= देश का आसमी हर दिन अनेको बार आत्म ह्त्या क्रेता हें , मरता हें तथा फिर ज़िंदा हो जाता हें=राख और मिट्टी बनना, ओंसान का अंतिम लक्ष्य होता हें , और उस राख तथा मिट्टी की पहचान भी संभव नहीं= जो अंहकार , सफ़ेद झूठ , जुमलो .शाब्दिक लफ्फाजी, कुधर्म , कुसंस्कार तथा सनातन धर्म की शातिर तथा षड्यंत्री हरया के र्बोत हें , वे इंसान नहीं , शातिर दत्य हें , ईश्वर तक को अपने उदर में समाते हें=राजनीति धर्म के उन्मादी पंडो और गुंडों का आतंक चरम हें, सभी मानवीय तथा धाय्तमिक मूल्यों के हत्यारे हें= देश में इंसानों का dna तक जहरीला हो गया , ऐसा विकास हमारा हुआ=सभी आराधना स्थल , पर्यटन और व्यापार केंद्र हो गये, सच्चा धर्म तो गायब हो गया= हम अपने आप में , नेक और सच्चे इंसान बने, यही सबसे बड़ा चमत्कार हें