कड्वी बात[ सच्चे उपवास के साथ , आत्म चिंतन कर, आत्म सत्य शिव , महाकाल और कृष्ण से साक्षात कर, अपना जीवन सार्थक करे हम, दिखावे की भोतिक भक्ति व्यर्थ हें]