उज्जैन १०-१२-२३] महाकाल की शाही सवारी११ को,नईमबेग मार्ग , तेलीवाड़ा चोराहा, कंठाल, सतीगेटी तथा सराफा से निकलेगी, सती गेट पर भव्य स्वागत होगा , बाबा मित्र ग्रुप द्वारा=हम कट्टर धार्मिक नहीं , कट्टर आध्यात्मिक बने= दिखावे का धतं , दान तथा भक्ति भी छल कपट हे , ईश्वर के साथ = क्रिसमस की त्य्यारिया= उज्जैन, की संस्कृति गरिमा, व्यवहार तथा संवेदनशीलतातथा भावनाए, प्रदूषित हो रही = पर्यटक भी उज्जैन की संस्कृति, सामाजिकता पर हमला रहे= जल, वायु तथा ध्वनी प्रदुषण, अतिक्रमण , स्ट्रीट डाग , बेरोजगारी , माफिया तथा यातायात अराजकता, अहम समस्या, शहर में लूट तथा माफिया राज

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