,उज्जैन: महाकाल मंदिर में लड्डू प्रसाद की गुणवत्ता पर उठे सवाल, शहर में विभिन्न समस्याओं पर बढ़ता असंतोष
उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों को वितरित किए जाने वाले लड्डू प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर चर्चा हो रही है। मंदिर के प्रसाद में उपयोग किए जाने वाले ड्राई फ्रूट्स की जांच की मांग उठी है, ताकि प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।,
पुलिस पर दबाव और कानून व्यवस्था में गिरावट
उज्जैन पुलिस पर बढ़ते दबाव के कारण शहर की कानून व्यवस्था में कई तरह की कमियां उभर रही हैं। कई महत्वपूर्ण मामलों में कार्रवाई धीमी हो रही है, जिससे सड़कों पर निराश्रित लोगों के शव मिलने जैसी चिंताजनक घटनाएं सामने आ रही हैं। साथ ही, शहर में यातायात व्यवस्था अराजकता की स्थिति में पहुंच गई है, जिसे लेकर स्थानीय नागरिक परेशान हैं।
किसानों में आक्रोश: फसल खरीदी पर सरकार से नाराजगी
सोयाबीन की फसल खराब होने से किसान सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनकी 60% फसल खराब हो चुकी है और सरकार को पूरी फसल 6000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदनी चाहिए। सरकार के मौजूदा 40% खरीदी के नियम से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों ने पंजीयन और रकबे के नियमों में संशोधन की मांग की है ताकि उन्हें राहत मिल सके।
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सफाई व्यवस्था और महाकाल मंदिर प्रबंधन पर जनता की नाराजगी
शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है, जिसके लिए नगर निगम को लापरवाह ठहराया जा रहा है। नागरिकों ने महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्था में भी सुधार की मांग की है। लोगों का कहना है कि महाकाल मंदिर समिति को भंग कर महाकाल मंदिर तथा परिसर ,न्यास बनाया जाए | इस न्यास में सभी पंथो एव वर्गों के न्यासी सदस्य रहे | जो मंदिर और परिसर के समुचित प्रबंधन की देखरेख कर सके। महाकाल मंदिर में चालित दर्शन व्यवश्ता होना जरुरी \
सिंहस्थ मेला प्राधिकरण और शहर का विकास
सिंहस्थ मेला प्राधिकरण को अधिक सक्षम और सक्रिय बनाने के लिए अभी तक कोई ठोस कानून नहीं बना है। साथ ही, शहर के चौराहों का विकास उचित ढंग से नहीं हो रहा है। धार्मिक तंत्र और तांत्रिक ठगी के मामलों में भी वृद्धि हो रही है, जिससे आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
निष्कर्ष
उज्जैन में महाकाल मंदिर से लेकर शहर के विकास तक कई मुद्दे हैं, जिन पर प्रशासन को तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। जनता की आवाज को सुनकर उचित कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि शहर का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके।
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