आर्य समाज , आर्यसमाजीतथा आराधना स्थलों के आराधको सावधान हो जाओ, कोकणी गेंग , सभी को अपने उदर में समाने की की कुचाले चल रही, महाकाल मंदिर, भारतमाता मंदिर तथा अन्य आराधना स्थल साक्ष्य हें, सनातन धर्म के हत्यारे, बहुरूपिये रूप में हें=भागवतजी, सनातन धर्म की भागवत करो , नाजीवाद की कथा बंद करो, हम टो आत्म दीप प्रज्वलन चाहते हें