आज की कड़वी बातें[१२-१-२०२३]आज स्वामी विवेकानंद जयंती , पूण्य स्मरण तथा कोटि कोटि नमन= स्वामी विवेकानंदजी ने भारत को विश्व गुरु बनाया , किन्तु धर्म तथा संस्कृति के ठेकेदार और नाजी गेंग , भारत को नाजी , कोकणी, कुसंस्कारी , कुधर्मी , धनवादी तथा शेतान बना रही, झुठवाद , प्रायोजितवाद तथा सनातन संस्कृति व्यवहार का हत्यारा बना रही= बहु रुपिये तथा स्वघोषित विश्व गुरु तथा धर्म गुरु , भारत अस्तित्व के दुश्मन हें , स्वदेशी आतंकी हें= भारत का रंग , हमेशा आरुणी ही रहेगा , नाजी और कोकणी रंग तो काला हें= तिरंगे तक को अपने हाथो का रुमाल बना रही , नाजी , कोकणी, धनकुबेर तथा स्वदेशी आतंकी गेंग= भारत अब कुसंस्कृति , कुधर्म , कुकृत्यो तथा कुचरित्र वाला भीड़ भरा भूखंड हो गया , दोषी हम सब= विधान , संविधान , सुसंस्कृति , सनातन धर्म के शातिर तथा षड्यंत्री तत्व अब सरकारी वर्दी में= देश का दुर्भाग्य, जाने माने गुंडे , सत्ता सुन्दरी के दीवाने, नाजी तत्व और व्यक्तिवाद थोपने वाले सरकार हो गये= राम चरित्र मानस भी राजनीति का केंद्र बनाया जा रहा= हम सब , प्रकृति ,सुसंस्कृति ,सनातन धर्म , मानवीय मूल्यों , तिरंगे , विधान , संविधान , मानवीय मूल्यों तथा आरुणी रंग के शातिर हत्यारे हो गये= भगवा वस्त्रो तथा आध्यात्मिक गणवेश में लिपटे, शातिर मक्कार खुद को , विश्व गुरु तथा धर्म गुरु जता रहे = कल्पांत का समय नजदीक आ रहा , जलप्लावित होगी धरती= हिमालय भी करवटे ले रहा= महा त्रासदी तथा महापतन से बचने का एक ही मार्ग हें , हम सब कट्टर धात्मिक नहीं,कट्टर आध्यात्मिक, राष्ट्रवादी , समाजवादी तथा कृष्णत्व[जीवत्व] वादी सच्चे इंसान बने= नाजी , कोकणी , स्वदेशी आतंकवादी तथा कार्पोरेट्स गेंग , राष्ट्र , समाज , व्यवस्था , तिरंगे ,सुसंस्कृति सनातन धर्म राष्ट्र के आरुनी रंग की शातिर हत्यारी हें= हम सब ,सच्चे आत्मचिंतक , राष्ट्र समाज , मानवीय तथा सामाजिक मूल्यों के सच्चे आत्म चिन्तक बने , यही सच्चा योग और राष्ट्रीयता और राष्ट्रवाद हें