आज आधुनिक भारत के जनक.पंडित नेहरू जयंती, बाल मेले के रूप में मनाई जाती रही हें , बच्चे आज भी उनकी स्मृति स्वरूप बाल मेलो का इन्तजार करते हें, किन्तु अब बाल मेले नही , नाजी , कोकणी , कार्पोरेट्स तथा पूर्वाग्रही चेहरों के मेले लगते हें|बच्चे उन्हें आज भी याद करते हें, उनका स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हें, उन्हें भुलाना संभव ही नहीं