अतीक अशरफ ह्त्या काण्ड[१५-१६-४-२०२३] देश में सरकारी नाजी वाद , अतीक अशरफ की शातिर , ह्त्या सरकारी षड्यंत्र सिद्ध= अतीक अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में षड्यंत्री ह्त्या , १७ पुलिस कर्मी निलंबित , न्यायिक जांच की घोषणा का सरकारी नाटक= रात , १०.३० पर ह्त्या , हत्यारों ने जय श्री राम के नारे लगाये , पत्रकार के रूप में हत्यारों ने , ह्त्या को अंजाम दिया= अतीक की कनपटी में तमंचा रखा , गोलिया चलाई , पूरा तमंचा खाली किया , पुलिस भी तितर बितर हुई , हत्यारों ने सरेंडर किया , तमंचा भी जप्त हुआ= अतीक तथा अशरफ को एक ही हाथकड़ी में बांधे रखा था , तिवारी , मोर्य व अन्य किसके सम्पर्क में थे , ह्त्या के बाद , जय श्री राम के नारे लगाना भी , शातिर षड्यंत्र का प्रमाण हें , तीनो को सरकारी संरक्षण भी , तीनो कोनसे , मीडिया , प्रतिष्ठान के पत्रकार= यूपी के सभी न्यायालय बंद किये जाए , शातिर , षड्यंत्री , एनकाउन्टर ही न्यायालय माने जाए= देश में क़ानून राज नही , नाजी राज=सुप्रीम कोर्ट भी तुरंत संज्ञान ले= राष्ट्रपति मुर्मू भी मोन क्यों? शातिर षड्यंत्री हत्याओं से हिन्दू मतों का धूर्वी करण कभी नही होगा= अखिलेश यादव ने माफियाओं की जो सूची जारी की हें , सभी का एनकाउन्टर तुरंत किया जाए = यूपी के सभी नेताओं, विपक्षी नेताओं का भी एनकाउन्टर, यूपी पुलिस के माध्यम से करा दिया जाए , नाजी सरकार का कोई विरोधी ही नही रहेगा , कोकणी गेंग के सिद्धांतो तथा शातिर षड्यंत्रों को मूर्त रूप दिया जा रहा , सरकारे ही न्यायलय भी बन रही, न्यायधीशो का भी एनकाउन्टर करवा दो , देश में नाजी राज , स्थापित हो जाएगा= देश में साम्प्रदायिक खूनी तथा हिंसक गृह युद्ध भड़काने की पहल भी लग रही , सभी विपक्षी सावधान, किसी भी समय तथा किसी भी पल , उनकी ह्त्या हो सकती हें= राष्ट्रपति मुर्मू को भी चुप रहने के निर्देश हें क्या?