[१५ अक्टूम्बर २०२३] मातारानी मंदिरों में घट स्थापना , नवरात्र महापर्व का आगाज , विदेशी तथा स्वदेशी आतंकवाद , नाजीवाद तथा शातिर नर संहार करने वाले , देत्यो को जड़ मूल से समाप्त करने , शक्ति संचय का महापर्व , सच्चे उपवास के साथ मनाये , आत्म चिंतन तथा आत्म दर्शन हेतु, माताराणी का स्मरण यज्ञ ही ,महा आराधना , उपासना तथा महामंत्र हें