राष्ट्रपति , राष्ट्र , समाज ,जन , प्रजातांत्रिक धर्म निर्वाहन में चुकी , जनता नन्ने जिन्हे नकारा , उसी नाजीवादी , तथा झूठ के रोबोट को , दही और मिश्री खिला रही , ये कोंन्सा राष्ट्र तथा राजधर्म निभा रही , लोकप्रिय सरकार के गठन का आदेश जारी करना था , ना मानने पर राष्ट्रपति शासन लागू करना था, नाजीवाद का पक्षकार बनना , राष्ट्रीय अपराध हें , पद से इसी वक्त त्याग पत्र दे