राष्ट्रपति ने , राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा[७७ वे आजादी पर्व की जनता को बधाई दी और कहा , भारतीय ह्पना , हमारी सबसे बड़ी पहचान हें, हम एक व्यक्ति नहीं , प्रजातांत्रिक विशाल जन समुदाय हें, राष्ट्रप्री ने देश के महान प्रत्रिभाओ का स्मरण किया= महिलाए राष्ट्र का गोरव बढ़ा रही हें= आदिवासीयो से शिक्षित होने , तथा परम्पराओं को आधुनिक बनाने की अपील कीg-२० का जिक्र किया तथा जलवायु परिवर्तन की चुनोती से निपटने का आव्हान किया, अंत में कहा की हमें हमारी जड़ो पर लोटना होगा