bhopalउज्जैनदेशमध्यप्रदेश मप्र = बुरहानपुर सांसद , पाटिल के खिलाफ याचिका , hc ने नोटीस जारी किया August 18, 2024August 18, 2024
कडवी बाते[१०-८-२४] उज्जैन में , ५ लाख से अद्शिक , लोग दर्शन करने हेतु आये , सच्चे आध्यात्म से नाम मात्र के , पिकनीक मनाने ही आये= हम कट्टर आध्यात्मिक बने,कट्टर धार्मिक तथा अंध नहीं= देश में हिन्दू , मुस्लिम की भावना , राजनेतिक तथा संघ का शातिर खेल= हमारा सबका धर्म , सनातन धर्म= भारत, सनातन धर्मी, राष्ट्र हे आदर्शी , समाजवादी राष्ट्र उसकी आत्मा हें= काले हो या गोर , कोई भी जात या वर्ग केन हो , खून हमारा लाल ही हें , मोट हम सबका पडाव हें ,ईश्वर का नियम भी यही हें= अंध , विश्वाश , अंहकार , पाखण्ड , झूठ , महा पाप हें=देश के सभी आराधना स्थलों के लिए , एक क़ानून हो= आराधना स्थलों पर , एकाधिकार तथा धनखोरी हेतु , विवाद हो रहे= एतिहासिक बर्बरताओ को , भूलना जरुरी , स्व अटलजी ने भी यही कहा था= जनता के नोकर , जनता को ही भिकारी मान रहे, जनता अब उन्हें , भिकारी बनायेगी
उज्जैन न्यूज अपडेट[६-५-२४] मुकेश लश्करी तथा जितेन्द्र गरासिया के संवाद= ८% पंच क्रोशी आगमन , आज ,२०% का ७ को= उन्डासा में ,३५ वर्षीय युवक की तबियत बिगड़ी , मोत , युवक देपालपुर के मेतवास का निवासी था= समाज सेवी संस्थाओं ने यात्रियों का खूब स्वागत किया= मतदाता जागरूकता हेतु , प्रचार रथ से , हीरा मील के आनाब्द नगर में , नुक्कड़ नाटक किया= निवेश के नाम पर , ३५ लाख की चपत लगाई , पुलिस में प्रकरण= चाय की दूकान में , विवाद हुआ तथा संघर्ष हुआ= पंवासा में दो पक्षों में विवाद , हथियार चले= मतदान के प्रति जनता में रुची नहीं= शहर में अपराधो में इजाफा= दांडी आश्रम का संचालक भी गिरफ्तार होगा= महाकाल में सोम यज्ञ का चोथा दिन= नारियलो का शातिर खेला हुआ= गर्मी के तीखे तेवर= पेयजल संकट , गहरा रहा=पार्षद ने नाले की सफाई की , प्रचार हेतु VDO डाला= नकली घी तथा मावा शहर में खूब बिका= महाकाल मंदिर में भीड़= आयुयुषमान योजना में भारी घोटाले , नाजी सरकार का उपहार
आज की बातें[६-१२-२३] आज बाबा आम्बेडकरजी का निवार्ण दिवस, स्मरण क्र श्रद्धा सुमन , , राष्ट्र में अर्पित= देश में संविधान और विधान के हत्यारे सरकारी वर्दी में= देश बहुआयामी अराजकता के जबडेमें , घोटाले, भ्रष्टाचार नाजी तथा उन्माद्वाद, अंहकारवाद , उन्माद्वाद, माफियावाद सत्तावाद,अब राष्ट्रवाद, राष्ट्रीयता, सामाजिकता , राजनीति, धर्म और संस्कृति हो गये, ये राष्ट्र , समाज , जनता , व्यवस्था के लिए अभिशाप