विक्रम विश्वविद्यालय में कार्यशाला आयोजित
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उज्जैन, 29 नवंबर। (रघुवीर सिंह पंवार )
हम होंगे कामयाब पखवाड़ा के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय की डॉ. अंबेडकर पीठ में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अर्पण भारद्वाज ने की।
अपने संबोधन में प्रो. भारद्वाज ने बेटियों को पढ़ाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने को समाज और राष्ट्र निर्माण की नैतिक जिम्मेदारी बताया। उन्होंने कहा, “बेटियों के बिना परिवार, समाज और राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती। बेटियाँ शुभकामनाएँ हैं, जिनकी सकारात्मक ऊर्जा से समाज और राष्ट्र खुशहाल बनते हैं।”
कार्यशाला के प्रमुख सत्र:
कार्यशाला तीन सत्रों में सम्पन्न हुई, जिनमें निम्नलिखित विषयों पर चर्चा की गई:
- जेंडर और सामाजिक नियम: समाज में प्रचलित चुनौतियाँ और अवसर।
- बाल संरक्षण के मुद्दे: उज्जैन जिले में बच्चों और महिलाओं से जुड़े मुद्दे, योजनाएँ और समाधान।
- महिला एवं बाल विकास की योजनाएँ: बालकों और महिलाओं के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी।
कार्यशाला में बेंडर फोरम के गठन, उसकी प्रक्रिया और गतिविधियों पर भी विमर्श किया गया।
विशेषज्ञों का योगदान:
कार्यक्रम में आदित्य बिड़ला फाउंडेशन के सोशल साइकोलॉजिस्ट श्री निखिल मिश्रा, स्टेट कोऑर्डिनेटर श्री रोहित वर्मा, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सुश्री प्रियंका जायसवाल, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी और यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्री नीलेश दुबे ने विषयगत बारीकियों और संभावित कार्ययोजनाओं पर चर्चा की।
प्रशिक्षण और सहभागिता:
कार्यशाला में तराना, घटिया, महिदपुर, उन्हेल, बड़नगर, नागदा, खाचरोद, माकड़ोन और कायथा के प्राध्यापक एवं विद्यार्थियों ने सहभागिता की।
कार्यशाला का संयोजन डॉ. अंबेडकर पीठ की सहायक प्राध्यापक डॉ. निवेदिता वर्मा ने किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में इसी तरह के आयोजनों की आवश्यकता पर जोर दिया।
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