bhopalउज्जैनखेलदेशमध्यप्रदेशविदेश देश में रावणों की फोज खड़ी जो महा मायावी हें, उनसे युद्ध होना हें , तय्यार रहे जनता October 23, 2023October 23, 2023
गणेश चतुर्थी ७ सितम्बर को , ४ विशेष योग में = दो और रेप काण्ड सामने आये= झांसी में , दरिंदो ने , नाबालिग का अपहरण किया , चलती गागी में ,म मांग भरी , और गेग रेप किया= दिल्ली के कब्रिस्तान , में , बालिका से तांत्रिक ने रेप किया= राष्ट्रपति बोली . में , भी रेप की घटनाओं से डरी हुई हु= ममता बोली , रेप करने वालो को म्रत्यु दंड का प्रावधान करेगी सरकार= अनेक प्रदेशो में जल प्रलय जारी= झारखंड भाजपा में बगावत , मरांडी ने बगावत की , च्मपाई को भाजपा में लेने के मामले में= चम्पी रांची में , घर से ही त्याग पत्र भेजा , हार्स ट्रेडिंग का मामला=adr की रिपोर्ट , १५१ संसद तथा विधायक , महिला उत्पीडन के अपराधी= रेप तथा गेंग रेप अब , राजनीति तथा सामाजिक संस्कार हो रहे, धिक्कार इसे विकास को = मप्र में सोया उत्पादक किसान संकट में , फसलो पर वायरस तथा इल्ली का प्रकोप ,कीट नाशक भी फेल, उत्पादन , २५ से ३५% तक गिरेगा , किसान , संकट में , मुआवजे की मांग कर रहे, किसानो की आवाज , सरकार सोयाबीन , ६ से ७ हजार रु कवी, खरीदे सरकार= आदित्यनाथ का नाजी वादी चेहरा उजागर हुआ= कश्मीर में बादल फटे , ३ की मोत =
विचित्र किन्तु सत्य= पांड्वो ने जुए में पत्नी को दाव पर लगाया था |कलियुग में , आत्म हत्याओं की नगरीउज्जैन में , ८० हजार की राशी तथा ब्याज के लिए , कर्जदार की पत्नी तथा दो बच्चियों को गिरवी रखा , महिला का यों शोषण करता रहा , विवाद में , दो बच्चियों तथा महिला की ह्त्या की |गिरफ्तारी के भय से खुद ने आत्म ह्त्या की, चारो का पोस्ट मार्टम हुआ|घटना जानकीनगर उज्जैन[मप्र] की
उज्जैन न्यूज अपडेट[२३-१-२४]राम नाम को खूब भुनाया झांकी बाजो ने=खूब ध्न्खोरी तथा धनखोरी हुई=पिपलिया हामा काण्ड , ६ की पुलिस को तलाश=गंगा घात गोशाला के कर्मी ने आत्म ह्त्या की =खेत पर पानी देने गये , किसान की करंट लगने से मोत=तीसरे मेडीकल कालेज का प्रस्ताव महाकाल मंदिर समिति को =पुलिस तथा प्रशासन में भारी बदलाव होगा=शहर में बहुआयामी अराजकता=rto मालवीय पर गाज गिरेगी= यातायात अराजकता चरम पर=रामनामी कोहराम मचाने वाले, आज गायब=जल, वायु तथा ध्वनी प्रदुषण चरम पर=भाजपा नेता सरकारी जमीन हडपाने हेतु सक्रिय=शीत लहर जारी= अब गणतंत्र की धूम=नेताजी बोस जयंती अनेक स्थानों पर सम्पन्न =लोग अपने अपने विवेक दीप,अपने हाथो से बुझा रहे=बुझे दीपो से दीपोत्स्व नहीं मनाया जाता