उज्जैन न्यूज[७-८-२०२३] महाकाल को गाड आफ आनर दिया उसके बाद , पालकी रामघाट के लिए चली- क्षिप्रा तट पर भारी भीड़= शहर की सड़को पर , महाकाल का आशीष प्राप्त करने हेतु , जन आस्था की क्षिप्रा सड़को पर नजर आयी= अनेक मार्ग बंद होने से जनता परेशान हुई= प्रशासन तथा मंदिर समिति , जन सुझावों को मूर्त रुप देने में अपना अपमान , मानती हें= झांकी बाज भी सवारी की आड़ में , अपनी सवारी निकालती हें = पालकी का समय पर , मंदिर पर पहुचना भी कठीन कार्य हो रहा= झांकी बाजो तथा भजन मण्डलियो का कर्म , हाथी के पीछे करने पर , पालकी , समय पर मंदिर में पहुच जायेगी=सवारी में सामाजिक तत्व भी अपना कमाल , दिखाते ही हें