उज्जैन की कड़वी बातें, भाग [१][७-१०-२०२३] महाकाल मंदिरकी पावनता , आध्यात्मिकता, वास्तु तक , समाप्त, शिव ने भी मंदिर छोड़ा=महाकाल मंदिर , अब मंदिर नहीं, शातिर व्यवसाय तथा ठगी का केंद्र= पर्यटक भक्तो ने भी , मंदिर तथा शहर का माहोल बिगाड़ा= महाकाल परिक्षेत्र में , लुटेरो, असमाजिक तत्वों के स्थायी निवास= व्यापारी , होटल, लाजेस, ऑटो , ईरिक्षा वाले जनता को शातिर ढंग से लूट रहे , प्रशासन धृतराष्ट , किराया सूची कही पर नहीं, आयकर विभाग भी धृतराष्ट्र= शहर में काले धन की बहार= शहर में जमीनों तथा कमीनो के मूल्यों में , भारी इजाफा= बेगम बाग़ क्षेत्र में , ३४ मकानों की लीज डीड समाप्त हुई= भाजपाई , डकेत , शहर को शातिर ढंग से लूट रहे= क्षिप्रा का नर भोग कर्म जारी, दोषी प्रशासन= क्षिप्रा , बेहद गंभीर रूप से प्रदूषित= शहर में माफिया तथा गुंडा , राज , प्रशासन भी उनकी गिरफ्त में = संवाद पालिका भी स्तरहीन , तथा संभ्रांत , तथा फूहड़ , भिकारी के रूप में , राज उजागर हो रहे