आज की कड़वी बातें[२१-८-२०२३] अन्धविश्वाश और दिखावे का धर्म भी शातिर महापाप और अपराध हें= आत्मेश्वरर तथा आत्म कृष्ण की आराधना , आत्म चिंतन से करे , जीवन सार्थक होगा= आज नाग पंचमी हें, अपने आप में जहरीले नाग बनने की बजाय , सच्चे इंसान बनने का संकल्प करे, अपने स्वार्थी वेचारिक आत्म नाग का दमन कर, नाग दमन बने=आज महाकाल की सवारी , आत्म महाकाल की सवारी निकालो , उसके दर्शन करो= हम अपने आपको खो चुके हें , आत्म चिंतन कर, खुद को प्राप्त करो= शिव भी कृष्णत्व[जीवत्व] के साधक , आराधक हें=आत्म चिन्तक महाकाल भक्त नजर नहीं आ रहे , पर्यटकी भक्त तथा फेशन परेड भक्तो की भीड़= उज्जैन= महाकाल परिक्षेत्र तथा शहर में शातिर लूट , ठगी का माहोल , प्रशासन , मूक , बधिर तथा धृतराष्ट्र क्यों ? देश में दो टांगो वाले जहरीले नागो की भरमार, राष्ट्र तथा जन दंश कर रहे= ये मुफ्तवाद भी जहरीले नागो का प्रलोभनी जहर हें , सभी को निठल्ले बनाने हेतु=देश में रामराज नहीं , नाजी तथा रावणी राज हें